Big change in politics राजनीति में बड़ा बदलाव

Big change in politics

Big change in politics सुधर रही हैं क्षेत्रीय पार्टियां!

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Big change in politics राजनीति में बड़ा बदलाव

Big change in politics देश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आता दिख रहा है। अब तक मनमाने तरीके से काम करने वाली प्रादेशिक पार्टियां सुधर रही हैं। अभी तक सिर्फ चुनिंदा राष्ट्रीय पार्टियों के बारे से यह उम्मीद की जाती थी कि वे पार्टी संविधान और लोकतंत्र के बुनियादी नियमों से काम करेंगे।

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Big change in politics बाकी क्षेत्रीय पार्टियों के बारे में यह धारणा थी कि वहां कोई संविधान वगैरह नहीं होता है। यह भी धारणा थी कि वे मनमाने तरीके से काम करते हैं, एक ही परिवार के सदस्यों को हर चीज मिलती है, एक जाति का वर्चस्व होता है, सत्ता मिलने पर उसका दुरुपयोग होता है आदि आदि। लेकिन अब इसमें बदलाव आ रहा है।

Big change in politics एक एक करके तीन बड़ी क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने लिए आचार संहिता बनाई है और पार्टी के नेताओं को उनका पालन करने को कहा है। पंजाब में कई बार सरकार चला चुकी अकाली दल ने अपनी पार्टी के लिए आचार संहिता बनाई है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इसे जारी किया है। इसमें सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि उन्होंने एक परिवार में एक टिकट का नियम बनाया है।

Big change in politics सवाल है कि क्या बादल परिवार इसका अपवाद होगा? अभी सुखबीर और उनकी हरसिमरत कौर बादल दोनों लोकसभा के सांसद हैं। अकाली दल ने यह नियम भी बनाया है कि पार्टी के सांसदों, विधायकों के परिवार के सदस्यों को बोर्ड और निगम में जगह नहीं मिलेगी। यह भी तय किया गया है कि कोई भी नेता लगातार दो से ज्यादा बार अध्यक्ष नहीं रह सकता है। पार्टी ने युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी टिकट देने का भी फैसला किया है।

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Big change in politics सबसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं के लिए आचार संहिता बनाई। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे लाल बत्ती और हूटर वाली गाडिय़ों से दूर रहें। मंत्रियों-विधायकों को यह भी कहा गया कि वे लो प्रोफाइल बना कर रखें और जिलों में जाएं तो सर्किट हाउस में ही रूकें।

मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि उनके पास कोई भी फाइल आए तो उसे ध्यान से पढऩे के बाद ही उस पर दस्तखत करें। मंत्रियों-विधायकों के अलावा जिला व प्रखंड स्तर के नेताओं को भी आचार संहिता भेजी गई है और उस हिसाब से काम करने को कहा गया है। पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद ममता ने कैबिनेट बैठक में इस पर चर्चा किया और यह आचार संहिता बनाई।

Big change in politics बिहार में नई सरकार बनने के बाद राजद के नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपनी पार्टी के लिए आचार संहिता बनाई। उन्होंने पार्टी नेताओं को खास कर विधायकों व मंत्रियों को निर्देश दिया कि कोई भी नेता नई और बड़ी गाड़ी नहीं खरीदेगा।

उन्होंने कहा कि किसी नेता को उपहार स्वीकार नहीं करना चाहिए और फूलों के गुलदस्ते की जगह लोगों से कहना चाहिए कि वे किताब या पेन लेकर मिलें। तेजस्वी ने एक बहुत कायदे की बात यह कही कि पार्टी के विधायक, मंत्री या दूसरे नेता यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी बुजुर्ग या उम्रदराज व्यक्ति उनके पैर न छुए।

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