राजकुमार मल
Bhatapara स्वतंत्र जिला के मामले में क्षेत्र का सवाल
Bhatapara भाटापारा– तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रवास के पूर्व रैली निकालकर स्वतंत्र जिला की मांग उठाई थी लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जब पहुंचे, तब इस ज्वलंत मांग पर मौन साधकर पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने दोहरी मानसिकता को प्रमाणित कर दिया है।
उक्त बातें प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने कही। श्री शर्मा ने कहा कि कई ऐसे मौके पहले भी सामने आए हैं, जिनसे विकास में भाटापारा को पीछे करने पर बल मिलता है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा के प्रवास के दौरान वादा किया था कि भाजपा सरकार के बनते ही भाटापारा को जिला बनाया जाएगा लेकिन झूठा निकला शिवरतन का यह वायदा भी।
फिर झूठ
Bhatapara बीते माह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भाटापारा प्रवास पर थे। मंडी प्रांगण में आयोजित आम सभा में खूब वाह-वाही लूटी। खुश हुए मुख्यमंत्री के उस संबोधन को सुनकर जिसमें कहा गया था कि जीतें या हारें, विकास तो शिवरतन ही करेंगे। चुप थे पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, तब स्वतंत्र जिला की मांग को लेकर। मौन ने यह साबित कर दिया कि वायदे श्री शर्मा के झूठे ही रहते हैं।
यह सुविधा जरूरी लेकिन…
Bhatapara 100 बिस्तर वाला सर्व सुविधा युक्त शासकीय अस्पताल और इंडोर स्टेडियम की नींव तक नहीं रखी जा सकी है, जबकि इसकी घोषणा उनकी ही पार्टी के मुखिया डॉ रमन सिंह ने की थी। जो सरकारी अस्पताल संचालित हो रहा है, उसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ तक नहीं है। अपर कलेक्टर की पदस्थापना भी नहीं की जा सकी है। प्रयास इनके लिए भी कभी नहीं की पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने।
जरूरी है यह सभी फिर भी मौन
Bhatapara कन्या महाविद्यालय, डिग्गी नाला, गुर्रा नाला में उच्च स्तरीय पुल, सेंट्रल लाइब्रेरी, न्यायालय भवन और शिवलाल मेहता स्कूल भवन निर्माण की मांग से विकास की संभावनाएं बनती लेकिन इन पर भी मौन रहना यह बताने के लिए काफी है कि विकास कार्यों को लेकर केवल झूठे वायदे और आश्वासन देते रहे हैं पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ।