Bhatapara News Today : भाटापारा जिले के नाम पर सीएम की चुप्पी पर लोगों ने भड़ास निकालते हुए कहा – “कका उसनिंदा हे।”

Bhatapara News Today :

राजकुमार मल

Bhatapara News Today : क्षेत्र की जनता आक्रोशित आंदोलन की तैयारी में

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Bhatapara News Today : भाटापारा जिले के नाम पर सीएम की चुप्पी पर लोगों ने भड़ास निकालते हुए कहा – “कका उसनिंदा हे।”

Bhatapara News Today : भाटापारा- विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भाटापारा आगमन हुआ क्षेत्र की जनता को पूरी उम्मीद थी कि 4 साल पहले मुख्यमंत्री ने भाटापारा को जिले की सौगात देने का जो वायदा उन्होंने किया था उस पर अमल करते हुए भाटापारा को स्वतंत्र जिला घोषित करेंगे लेकिन इस मुद्दे पर उन्होंने चुप्पी साध ली।

Bhatapara News Today : मीडिया ने जब उनसे सवाल किया कि पृथक भाटापारा जिले के संबंध में आप क्या कहना चाहते हैं तो कुछ देर के लिए तो वे खामोश हो गए फिर उन्होंने कहा कि देखेंगे। मुख्यमंत्री के इस रवैया से क्षेत्र की जनता काफी आक्रोशित है उधर जिला निर्माण संघर्ष समिति आंदोलन को पुनः शुरू करने की तैयारी में जुट गई है।


Bhatapara News Today : इधर सीएम की चुप्पी के चलते क्षेत्र के कांग्रेसी नेता भी जनता को माकूल जवाब देने की स्थिति में नजर नहीं आ रहे हैं । अब तक तो वे “भूपेश है तो भरोसा है” कह कर काम चला लिया करते थे लेकिन सीएम की चुप्पी के बाद अब क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं को भी यह मुद्दा गले की हड्डी बनता प्रतीत हो रहा है जिसे वे ना निगल पा रहे हैं ना उगल पा रहे हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि निश्चित तौर पर इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में पार्टी को भुगतना पड़ेगा।

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Bhatapara News Today : 35 वर्षों पुरानी पृथक जिले की मांग को लेकर यहां की जनता आशान्वित थी कि मुख्यमंत्री जरूर इसकी घोषणा करेंगे लेकिन मंच से उन्होंने जिले का कोई जिक्र ही नहीं किया। इधर जिला निर्माण संघर्ष समिति केवल ज्ञापन सौंपकर बैरंग वापस हो गई कोई ठोस आश्वासन समिति को नहीं मिला।

Bhatapara News Today : क्षेत्र की जनता के साथ विगत 35 वर्षों से दोनों ही दलों के द्वारा कुठाराघात किया जा रहा है । केवल आश्वासन पर यहां की जनता जी रही है । जिले की मजबूत दावेदारी के बाद भी जिले की सौगात यहां की जनता को नहीं मिल पाने से यहां की जनता एक बार फिर आहत आहत है।

प्रदेश की सबसे बड़ी नगरपालिका होने के बावजूद भी भाटापारा विकास को तरस रहा है इसका जिम्मेदार यहां के जनप्रतिनिधि हैं जिन्होंने भाटापारा के साथ कभी न्याय नहीं किया।

अपनी भड़ास निकालते हुए कुछ लोग यह कहते हुए भी नजर आये कि “कका उसनिंदा हे।”

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