राजकुमार मल
Bhatapara महामाया 2450 से 2500 रुपए
जारी है प्रतिस्पर्धी खरीदी का दौर
Bhatapara भाटापारा- चौतरफा लिवाली से महामाया 2450 से 2500 रुपये क्विंटल।अंतरप्रांतीय कारोबार बढ़ने के बाद पोहा 3500 से 4000 रुपए क्विंटल। दोनों में यह तेजी आगे भी बने रहने की प्रबल संभावना बन चुकी है।
अव्यवस्था के बीच कृषि उपज मंडी पहुंच रहे किसान और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के संचालक अब हताश होने लगे हैं क्योंकि खामियां दूर करने के प्रयास होते नजर नही आते और सुनवाई नही होती। किसानों को खरीफ की तैयारी भी करनी है, तो दूसरी ओर ईकाइयों को बारिश के दिनों के लिए भंडारण भी करना है। इसका असर चौतरफा खरीदी के बाद हैरत में डालने वाली तेजी के रूप में देखा जा रहा है।
यह भाव पहली बार
2450 से 2500 रुपये क्विंटल। कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन जब महामाया में अंतिम बोली लगी तो साफ संकेत मिले कि यह स्तर आगे के दिनों में भी बना रहेगा। यह इसलिए क्योंकि किसान खरीफ और बाजार बारिश के दिनों के लिए मांग की तैयारियों में लग चुके हैं और इसका असर मांग की तुलना में कमजोर आपूर्ति के रूप में देखा जा रहा है।
सुधरी सेहत पोहा की
तेजी के बीच पोहा में उपभोक्ता राज्यों की खरीदी छत्तीसगढ़ से शुरू हो चली है। यह सुखद ही माना जा रहा है क्योंकि पोहा में भाव 3500 से 4000 रुपए क्विंटल बोला जा रहा है। दगड़ी की कीमत इसके आसपास चल रही है और चूनी 2250 रुपए क्विंटल पर विक्रय की जा रही है।
धारणा तेजी की
स्टाकिस्ट,ट्रेडर्स और मिलों में भंडारण के लिए खरीदी का क्रम बढ़ता नजर आता है। नई फसल के लिए छह माह की प्रतीक्षा से तेजी के आसार आगे भी बने रहने की प्रबल संभावना है क्योंकि रोजाना उत्पादन का स्तर भी बनाए रखना अनिवार्य है।यही वजह है कि मजबूती बनी रहेगी ।
आसार तेजी के ही बने हुए हैं क्योंकि पोहा में अरसे बाद अंतरप्रांतीय मांग निकल रही है।दगड़ी और पोहा चूनी की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं।
-रंजीत दावानी,अध्यक्ष, पोहा मिल एसोसिएशन, भाटापारा