(Bhanupratappur News Today) धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आदिवासियों समाज के लोगों को निशर्त रिहा करे : देवलाल दुग्गा

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(Bhanupratappur News Today) धर्मांतरण और ईसाई करण को बढ़ावा देने का काम

 

(Bhanupratappur News Today) भानुप्रतापपुर। नारायणपुर धर्मांतरण के मामले में आदिवासी नेता एवं पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा ने प्रेस वार्ता कर कहा नारायणपुर में जिस तरह से धर्मांतरण के मामले में आदिवासियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्हें निशर्त रिहा करना चाहिए । और ईसाईयों के प्रचारको को उनके खिलाफ अपराध दर्ज होना चाहिए।

(Bhanupratappur News Today) कांग्रेस के भूपेश सरकार ने रासुका अधिनियम के तहत इसका बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। और आदिवासियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है और एक तरह से धर्मांतरण और ईसाई करण को बढ़ावा देने का काम कांग्रेस सरकार कर रहा है। गोंड आदिवासी समाज जनजाति समाज धर्मांतरण के विरोध करने पर जेल भेज रही है।

(Bhanupratappur News Today) इनका विरोध आदिवासी समाज में पनप रहा है और इसका पुरजोर विरोध करने के लिए गांव-गांव में समाजिक बैठक भी किया जा रहा है। और मैं समाज से कहना चाहता हूं कि जो लोग धर्मांतरण कर ईसाई धर्म अपनाएं हैं। उन्हें वापस लाने के लिए कुछ नियमों को सरल करना चाहिए। ताकि वे आसानी से वापस आ सके ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार और लोगों को लालच देने का काम अंग्रेजी शासनकाल से ही किया जा रहा है।

ब्राह्मण समाज राजपूत, कलार, कुर्मी, साहू सहित अन्य समाज धर्मांतरण के चक्कर में नहीं फंसे कुछ फंसे भी। लेकिन गोड़वाना समाज के लोग अधिक इसमें फंसे हैं गोंडवाना समाज के प्रमुख से मैं कहना चाहता हूं कि गोंड समाज के लोगों को आर्थिक रूप कमजोर को सबल बनाने के लिए सहयोग करने का प्रयास करना चाहिए। ताकि ईसाइयों के इस चक्रव्यू में ना फंसे।

समाज देवी-देवता बस्तर में प्रमुख रूप से शीतला, दंतेश्वरी, ठाकुर दाई को मानते चले आ रहे हैं अब कुछ लोग ईसाई धर्म की ओर जा रहे हैं। और देवी-देवताओं को नहीं मान रहे हैं इससे देवी देवता का श्राप जरूर मिलेगा ।

सामाजिक प्रमुखों से मेरा आग्रह है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी हैं ऐसे लोगों की सुख दुख में पहुंचकर सहायता करें स्वास्थ्य, व्यवसाय, शिक्षा को लेकर उन्हें शासन की योजना है उस के माध्यम से लाभ दिलाने का प्रयास करें ।

प्राचीन काल में मुगलकालीन समय में मुगलों ने भी इस्लामिक धर्म अपनाने के लिए प्रभाव दबाव डाला था इसमें गोड़वाना समाज ने नहीं माना और उस उनके अभियान के खिलाफ गोदना प्रथा भी इसी समय शुरू हुआ था।

(Bhanupratappur News Today) ईसाई करण से वापस आने वालों के लिए कड़ा नियम ना रखें। नौकरी, व्यापारबम बढ़ावा के लिए सरकार की योजनाओं को लाभ दिलाएं सरकार के द्वारा चुनाव उपचुनाव में भी आदिवासियों ने अभियान चलाया था। जिसमें वोट काटने के लिए बीजेपी के लोगों पर सामाजिक प्रचार न करे उसके लिए दबाव किया गया।

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