Bastar Police बेरोजगार युवको को नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लेने वाले आरोपियों पर बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही
Bastar Police जगदलपुर। बस्तर पुलिस के द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। धोखधड़ी के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये बस्तर पुलिस के द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत् शहर में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले आरोपियों पर कार्यवाही करने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
Bastar Police ज्ञात हो प्रार्थी रोहित कुमार साहू को मार्च 2022 में लेयर युनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष से पता चला कि इनके कार्यालय में कम्प्युटर ऑपरेटर और भृत्य के पद के लिये भर्ती निकला है और बताया कि ऑपरेटर पद के लिये 1,50,000/-रूपये लगेगा, नगद रकम देने की बोलने पर मैं 1,50,000/- रूपये नगद दिया और इसी प्रकार अन्य लोगों से भी लेवर युनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष और वहाँ के सहयोगियों के साथ मिलकर कम्प्युटर ऑपरेटर और भृत्य के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 21 लाख रूपये नगद लेकर धोखाधड़ी किया गया है कि रिपोर्ट पर अध्यक्ष एवं उसके स्टाफ के खिलाफ पुलिस थाना कोतवाली में धोखाधडी 420,34 भादवि0 का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया।
Bastar Police प्रकरण में उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अति. पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली अमित शुक्ला के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों का पता तलाश किया जा रहा था। दौरान अनुसंधान के मुख्य आरोपी नारायण बघेल को पकड़ा गया है। जिससे पूछताछ पर बताये कि वह वर्ष 2022 में लेबर युनियन मजदूर कल्याण संघ का अध्यक्ष था।
Bastar Police जिस समय वह अपने सहयोगी साथियो सुनील चिट्टे, वीणा पाण्डे, जोगेन्द्र ठाकुर, धर्मेन्द्र पांडे, महेन्द्र ठाकुर, पुरन ठाकुर, चुम्मन ठाकुर और प्रेमनाथ पाण्डे के साथ मिलकर शहर के बेरोजगार युवकों को कम्प्युटर ऑपरेटर और भृत्य के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुल 30 लोगो से कुल 21 लाख रूपये लिया और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर जिला बस्तर के अलग अलग ब्लाकों में कार्यालय खोलकर नियुक्त किया और 8-9 माह से काम कराने के बाद उन्हें कोई वेतन नहीं दिया।
बताने पर तुरंत गठित टीम द्वारा आरोपियों की पता तलाश कर सभी आरोपियों को पकड़ा गया जिनके द्वारा लोगो को नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर पैसा लेकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किये है। जिनके कब्जे से 08 नग कम्प्युटर सेट और प्रिंट बरामद किया गया है। जिसे विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय रवाना किया जा रहा है।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी निरीक्षक अमित शुक्ला, सहा. उप निरी. – नीलाम्बर नाग, लंबोदर कश्यप, प्र.आर. • नकुल कश्यप, संजीव मिंज, सुदु कश्यप आरक्षक – प्रकाश नायक, युवराज सिंह ठाकुर, विनोद खेस, उत्तम ध्रुव, इंद्रजीत सिंह पोर्ते, मआर0 इंदु, मौर्य व धनमति कश्यप एवं सैनिक शिव यादव।