Balodabazar Kasdol Block : भ्रष्टाचार की सड़क, मालामाल हो रहे हैं ठेकेदार और विभागीय अधिकारीगण
लाखों में बनी सड़क के डामर 4 माह में उखड़ गए ,
क्योंकि डामर की जगह गांव की सड़कों में जले हुए ऑयल को मिलाकर सड़क बनाई जा रही है !
भुवनेश्वर प्रसाद साहू
कसडोल समाचार
बलौदाबाजार जिला कसडोल विकासखंड के अंतर्गत विभिन्न गांवों में बनने वाली प्रधानमंत्री सड़क हो या मुख्यमंत्री ग्राम विकास योजना मद से निर्मित सड़कें ! सभी सड़कें भ्रष्टाचार की परत खोल रही हैं !
कुछ दिनों पूर्व ही आज की जनधारा ने बलौदाबाजार जिला , कसडोल विकासखंड के गायत्री चौक से सिरपुर जाने वाली सड़कें फोटो सहित दिखाई थी कि किस तरह से इन सड़कों की रिपेयरिंग मरम्मत का कार्य किया जा रहा है जिसमें डामर तो है ही नहीं ! बस सड़कों पर गिट्टी ही गिट्टी नजर आ रही थी ! समाचार प्रकाशन के बाद दूसरे ही दिन तत्काल उस पर रेत मिश्रित परत चढ़ाई गई !
पर बात वही है डामर का उपयोग किया ही नहीं जाता या अल्प मात्रा में डामर के साथ जले हुए ऑयल को मिलाकर गिट्टी का मिश्रण करके सड़कें बनाई जा रही है जो गुणवत्ताहीन है !
https://jandhara24.com/news/133166/indian-missile/
इससे केवल और केवल सड़क बनाने वाले ठेकेदार और जिम्मेदार विभागीय अधिकारीगण मालामाल हो रहे हैं क्योंकि इन पर शिकायत के बावजूद कार्यवाही शून्य है !
बलौदाबाजार जिला के अंतर्गत कसडोल विकासखंड के अधिकांश गांवो की सड़कें स्तरहीन निर्माण होने एवं विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण बदतर स्थिति में है ! जिसकी मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के लिए क्षेत्र की जनता लगातार मांग कर रही है जिन्हें मात्र आश्वासन ही मिल रहा है !
स्तरहीन निर्मित सड़़क बैजनाथ से खैरा अपने निर्माण के 4 महीने के अंदर ही उखड़ गई जो विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को स्वयं बयां कर रही है !
कसडोल से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम बैजनाथ से खैरा तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़़क विकास योजना के अंतर्गत मात्र 1.53 किलोमीटर लंबी सड़़क जनवरी 2022 में बनना
आरंभ हुई थी जिसे बरसात के पूर्व जून तक डामरीकरण कराकर पूर्ण कर लिया गया ! किंतु स्तरहीन सड़क निर्माण होने के कारण मात्र 4 महीने के अंदर ही सड़़क में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं ! कुछ जगह से सड़़क जमीन के अंदर धंस भी गई है और डामरीकरण तो उखड़ ही गया है ! जिसकी हल्की-फुल्की मरम्मत कराकर खराबी को छुपाने का प्रयास ठेकेदार और जिम्मेदार विभागीय अधिकारीगण द्वारा किया गया है !
ज्ञात हो बैजनाथ से खैरा तक सड़़क बनवाने के लिए बैजनाथ के लोग 30 वर्षों से प्रयासरत थे क्योंकि तब बैजनाथ सड़़क पहुंच विहीन ग्राम था !
खैरा तक कटगी से सड़़क पहुंच चुकी थी इसे बैजनाथ तक बनवाने के लिए तब से ग्रामीण प्रयासरत रहे हैं जो अब जाकर पूरा हुआ है ! किंतु विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते स्तरहीन सड़़क निर्माण होने की वजह से ग्रामीण अब कहने लगे हैं कि इससे तो अच्छा था कि सड़क में लगने वाली राशि ग्राम के किसी विकास कार्य में लगाई जाती !
ऐसी सड़क किस काम की ? जिसमें डामर का उपयोग ही नहीं किया गया है बस गिट्टी ही गिट्टी सड़़क पर नजर आ रही है ! मोटरसाइकिल सवार फिसल कर गिर रहे हैं ! साइकिल पंचर हो रही है !
इस स्तरहीन सड़़क को बनाकर ठेकेदार और जिम्मेदार विभागीय अधिकारीगण तो मालामाल हो गए और हम ग्रामीणजन जन ठगे के ठगे रह गये