(Ayurveda World) इन 5 आयुर्वेदिक उत्पादों का रोजाना करें इस्तेमाल, घर पर बनाना है बेहद आसान

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(Ayurveda World)रासायनिक उत्पादों को टक्कर देने में सक्षम

(Ayurveda World) आयुर्वेद दुनिया की सबसे पुरानी स्वास्थ्य चिकित्सक पद्धतियों में से एक है, जिसकी उत्पत्ति लगभग 5,000 साल पहले भारत में हुई थी। आज भी जब अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करने की बात आती है तो यह कई रासायनिक आधारित उत्पादों को टक्कर देने में सक्षम है। आइए आज घर पर आयुर्वेदिक सामग्रियों की खूबी वाली पांच ऐसी चीजें बनाना जानते हैं, जो रोजाना इस्तेमाल की जा सकती हैं।

आयुर्वेदिक टूथपेस्ट

(Ayurveda World) आयुर्वेदिक टूथपेस्ट से रोजाना अपने दांतों को ब्रश करने से मुंह के स्वास्थ्य में काफी सुधार हो सकता है। लाभ के लिए आपको सबसे पहले एक चम्मच रिफाइंड कपूर, चीनी और फिटकरी को एक साथ मिलाएं। अब इसमें दो बड़ी चम्मच सूरजमुखी का तेल और करीब पांच बूंद लौंग का तेल मिलाएं। कपूर और फिटकरी आपके दांतों को मजबूत और सफेद बनाते हैं, जबकि तेल आपके मसूड़ों को मजबूत बनाने में मददगार है।

आयुर्वेदिक टूथब्रश

(Ayurveda World) घर पर आयुर्वेदिक टूथब्रश बनाना बहुत ही आसान है। इसके लिए सबसे पहले नीम की छह इंच लंबी टहनी लें और फिर इसे एक दिन के लिए पानी में भिगो दें। इसका इस्तेमाल करते समय टहनी के एक सिरे को टूथब्रश के समान बनाने के लिए दांतों से अच्छे से क्रश करें। ब्रश करने के बाद इस्तेमाल किए हुए हिस्से को काट दें और टहनी को फिर से ताजे पानी में भिगो दें। इस प्रक्रिया को रोजाना दोहराएं।

आयुर्वेदिक बाथ पाउडर

ऐसे लोग जिन्हें बहुत पसीना आता है, उनके लिए यह आयुर्वेदिक बाथ पाउडर बेहतरीन तरीके से काम करेगा। लाभ के लिए सबसे पहले लगभग 200 ग्राम जंगली हल्दी, खसखस, चंदन और तुलसी लें और फिर इन्हें पीसकर धूप में सुखा लें। अब इनको पीसकर पाउडर बना लें और फिर इसमें बबूल के फल का 500 ग्राम पाउडर अच्छी तरह मिला लें। आपका खुशबूदार और पौष्टिक आयुर्वेदिक बाथ पाउडर तैयार है।

आयुर्वेदिक साबुन

सबसे पहले एक कटोरी में हल्दी पाउडर लें और उसमें एलोवेरा जेल, नारियल का तेल और विटामिन ई कैप्सूल डालकर मिलाएं। अब एक बड़े बर्तन में दो कप पानी गरम करें और फिर इसी में हल्दी वाले मिश्रण की कटोरी रखकर उसे भी उबलने दें। जब मिश्रण उबल जाए तो कटोरी को बाहर निकालकर मिश्रण को ठंडा होने दें, फिर उसमें गुलाब जल डालकर मिलाएं। अब इसे साबुन के सांचे में डालकर करीब आठ घंटे तक फ्रिज में रखें।

आयुर्वेदिक शैंपू

 

सबसे पहले नीलमणि बेल और गुड़हल की पत्तियां लें और इन्हें रात भर पानी में भिगो दें। अगले दिन जब आप नहाने जाएं तो पानी में भीगी हुई पत्तियों को उसी पानी के साथ पीस लें और फिर उसे बालों में शैंपू की तरह लगाएं। यह प्राकृतिक शैंपू आपके बालों को चमक और मजबूती प्रदान करता है और साथ ही डैंड्रफ की समस्या को भी रोकता है।

 

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