Antyodaya Card पंचायत सचिव ने पद का दुरुपयोग कर माँ के नाम पर बनवाया अंत्योदय कार्ड और उठा रहे फ्री का चाँवल

Antyodaya Card

Antyodaya Card  माँ के नाम पर बनवाया अंत्योदय कार्ड और उठा रहे फ्री का चाँवल

Antyodaya Card सक्ती/ विकासखण्ड मालखरौदा अंतर्गत ग्राम पंचायत छपोरा में सचिव की पद पर रहते हुए अपने माँ की नाम पर अंत्योदय राशन कार्ड की लाभ लेते हुए स्वयं भागवत साहू ने अपने परिवारका नाम जोड़वाकर गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहा है शासन से लगभग 32 हजार की सैलरी भी उठा रहा है !

Antyodaya Card  उसके बाद भी प्रत्येक माह गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने की एवज में 5 किलो चाँवल की अतिरिक्त उठाव किया जा रहा है यही नही विधवा माँ गरीबी रेखा की नीचे जीवन यापन कर रहा है यह लोगो की नजर में वास्तविक जायज है लेकिन यह सचिव पद में रहते हुए सरकारी खजाने से वेतन पाने वाला अपने परिवार के साथ दोहरी लाभ ले रहे है जो सरासर निंदनीय और अपराध की श्रेणी है !

Antyodaya Card  फिर भी शासन प्रशासन ऐसे दोहरी लाभ लेने वाले के प्रति कार्यवाही करने के बजाए मदद कर रहे है यही नही पेपर में नाम न छापने की एवज में बताते हुए कहा कि अगर कोई अधिकारी कार्यवाही सचिव के खिलाफ करते है तो जांजगीर एवं सक्ति जिले को छोड़ कर बस्तर जाने को तैयार रहो बेचारे शासन प्रशासन की अधिकारी क्यो हाथ डाले और बस्तर की सफर तय करे इससे अच्छा तो यह है क्लीन चिट दिया जाए और ऐसे सचिव की मदद किया जाए ताकि चुनाव भी नजदीक आ रहा है हो सके तो नेताओ को चन्दा मिल सके और व्होट भी अधिक से अधिक दिलवा सके चुनाव से पहले ही जितना ज्यादा हो सके तो भष्ट्राचार करवाने में मदद भी कर सके

अन्‍त्‍योदय अन्‍न योजना का उद्देश्य की एक नजर

भारत में बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति के कारण खाने के लिए राशन भी नहीं खरीद पाते। ऐसे लोगों के लिए केंद्र सरकार ने अंत्योदय कार्ड जारी किए हैं। इसके साथ ही देश के दिव्यांगों को भी अपने आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। दिव्यांगों की इन समस्या को देखते हुए सरकार ने इन्हें भी अन्‍त्‍योदय अन्‍न योजना के तहत शामिल किया है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर एवं दिव्यांग व्यक्तियों को खाने के लिए सस्ती दरों पर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं। योजना के तहत लाभार्थियों को हर माह प्रति परिवार 35 किलो अनाज प्रदान किया जाएगा। केंद्र सरकार ने अंत्योदय योजना के तहत सभी राज्यों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई भी दिव्यांग या अत्यंत गरीब परिवार इस योजना से वंचित ना रह सके एवं उन्हें आसानी से उनका भोजन मिल सके।

अंत्योदय मतलब क्या है

– आर्थिक रूप से कमज़ोर और पिछड़े वर्गों का उदय या विकास करने की क्रिया या भाव।
अंत्योदय अन्न योजना के ग्रामीण क्षेत्र के लाभार्थी ₹15000 तक की वार्षिक आय मिलने वाले परिवार वृद्धावस्था पेंशन धारी छोटे और सीमांत किसान भूमिहीन खेतिहर मजदूर शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति निरीक्षक विधवा ग्रामीण कारीगर या शिल्पकार जैसे कुमार, बुनकर, लोहार, बढ़ाई और झुग्गीवासी को लाभ मिलने की केंद्र और राज्य सरकार ने गाईड लाइन तय किया गया है !

खाद्य अधिकारी की मिलीभगत से गोलमोल जांच किया गया है इतने बड़े शब्दो का उच्चारण नही कर पाना भी सोचनीय है मोबाईल फोन से जांच करने की मामला प्रकाश में आया है कि सचिव भागवत साहू तीर्थ यात्रा की सफर कर रहे है और फूड स्पेक्टर सुनेत जायसवाल ने मोबाईल फोन से ही जांच कर प्रतिवेदन तैयार कर लिया गया है जरा अधिकारी का कारनामा तो देखिए जिसकी जांच करना है वह सामने भी नही और जांच भी हो गया यह इतिहास की शायद पहली मामला होगा ऐसे अधिकारी के खिलाफ भी कार्यवाही होना भी चाहिए लेकिन इस चार वर्षों में जिसकी बड़े बड़े नेताओं से जुड़कर रहो और कुछ भी अपराध कर ले कोई कार्यवाही नही होती है जो सोचनीय है

वर्जन
भागवत साहू की अंत्योदय राशन कार्ड में नाम शामिल है यह जांच में सिद्ध हुआ है अग्रिम कार्यवाही के लिए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर सक्ती को भेज दिया गया है
संदीप पोयाम
सीईओ
जनपद पंचायत मालखरौदा

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