भुवनेश्वर प्रसाद साहू
(Anganwadi) जॉइनिंग के लिए सेक्टर सुपरवाइजर द्वारा पन्द्रह हजार रुपये से पच्चीस हजार रुपये तक की ली जा रही है रिश्वत !
(Anganwadi) कसडोल ! बलौदाबाजार जिला महिला बाल विकास विभाग के सोनाखान परियोजना में लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की नियुक्ति चयन प्रक्रिया लटकी हुई थी , जिसे बलौदाबाजार कलेक्टर के आदेश पर नियुक्ति चयन की प्रक्रिया कुछ दिनों पूर्व ही प्रारंभ की गई थी !
(Anganwadi) महिला बाल विकास विभाग सोनाखान परियोजना में 11 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 9 आंगनबाड़ी सहायिकाओं की नियुक्ति की गई है जिसमें खुलकर लेन-देन की बात सामने आ रही है !
महिला बाल विकास विभाग सोनाखान परियोजना के प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से नियुक्ति के नाम पर पहले तो दलालों द्वारा , चयनकर्ता अधिकारियों को देने के नाम पर पचास हजार रूपये से एक लाख रूपये तक वसूल किए गए !
(Anganwadi) अब उन्हीं चयनित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से महिला बाल विकास विभाग सोनाखान परियोजना की महिला सुपरवाइजर जो कि लंबे समय तक ( नियुक्ति के समय से ही अभी तक सोनाखान परियोजना से कहीं भी ट्रांसफर नहीं किया गया है ) सोनाखान परियोजना में पदस्थ है के द्वारा पन्द्रह हजार रूपये से पच्चीस हजार रुपये लेकर जॉइनिंग दी जा रही है , रुपए नहीं देने पर जॉइनिंग नहीं दी जा रही है ?
(Anganwadi) दैनिक समाचार पत्रों में महिला बाल विकास विभाग सोनाखान परियोजना में गड़बड़ियों को लेकर समाचार , लगातार प्रकाशित किए जाते रहे हैं !
खासकर चयनकर्ता महिला बाल विकास विभाग में जिलाधिकारी व सोनाखान परियोजना अधिकारी के प्रभारी के पद पर पदस्थ आदित्य शर्मा के क्रियाकलापों को लेकर लगातार लोग उंगली उठाते रहे हैं ! इस संबंध में हमने समाचार भी प्रकाशित किया था कि उक्त अधिकारी रात रात को कसडोल परियोजना में बैठकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की नियुक्ति संबंधी दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं जिसमें भारी लेन-देन की आशंका लोगों द्वारा व्यक्त की गई थी ! और अब यह आशंका सत्य साबित हो गई है कि पात्र चयनित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से दलालों के द्वारा रुपए लिए गए हैं !
हमने पहले ही लिखा था कि इस अधिकारी द्वारा यह कथन कहा गया है कि ज्यादा से ज्यादा क्या कर सकते हैं? मेरा सुकमा ट्रांसफर कर सकते हैं ! उच्च न्यायालय बिलासपुर से स्टे ले आऊंगा ! महिला बाल विकास विभाग के जिम्मेदार पद पर पदस्थ अधिकारी आदित्य शर्मा द्वारा दैनिक समाचार पत्रों के संवाददाताओं का फोन नहीं उठाते और संवाददाताओं के मोबाइल नंबर को अपने फोन में ब्लॉक करके रखा है !