2022 fertilizers कृषि विभाग की लापरवाही चलते खुलेआम यूरिया, इफको खाद की कालाबाजारी कितने बेचा जा रहा

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 fertilizers कृषि विभाग की उदासीनता से किसान हो रहे ठगी के शिकार

fertilizersसुरजपुर। कृषि उप संचालक की लापरवाही के कारण बाजार में खुलेआम यूरिया, इफको खाद औने पौने दामों में बेचा जा रहा है और किसान खरीदने पर मजबूर है। वहीँ गुणवक्ता विहींन बीज की ब्रिकी खुले आम की जा रही है। व

 fertilizersकृषि विभाग कमीशन खोरी में मस्त

fertilizers गौरतलब है कि जिले में सैकड़ो की संख्या में खाद विक्रेता पंजीयन कृषि उपसंचालक से कराए हुए है। जिन्हें गुणवत्ता युक्त धान का बीज, खाद का विक्रय करना है।

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जिसके साथ किसानों को बिल देना है। जिसका मॉनिटरिंग कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। किंतु कृषि विभाग द्वारा कमीशन खोरी में मस्त है। दफ्तर में बैठ कर दुकानों का निरीक्षण किया जा रहा है।

दुकानों में किसान ठगा जा रहा है सुध लेने वाला कोई नही है।

मौसम को देखते हुए किसान थरहा कर रहे है।

इसके लिए बीज दुकानों से बीज खरीद रहे है जिस बीज को खरीद रहे है।

उसकी गुणवक्तता भगवान भरोसे है।

fertilizersकिसानों की व्यापारी गण बरगलाकर मन माफिक ज्यादा मुनाफ़ा होने वाले कम्पनी का धान किसानों को बेच रहे है।

साथ ही ज्यादा पैदावार होने की बातें भी कही जा रही है। वहीं चौक चौराहों में अवैध रूप से धान कि बेचने की दुकान बगैर पंजीयन कराये किया जा रहा है।

जिस पर अंकुश लगाने में विभाग असमर्थ साबित हो रहा है।

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विभाग के उप संचालक द्वारा समस्त वरिष्ट कृषि अधिकारियों को अवैध विक्रेताओं पर तत्काल जांच कर सील करने का आदेश के साथ स्वयं भी जांच करने फील्ड में जाना चाहिए था किंतु बैगर जाएं ही दफ्तर में बैठ कर खाना पूर्ति कर रहे है।

fertilizers किसानों की मुसीबत इतने में ही खत्म नही होति है किसानों के लिए इस वर्ष की हल्की बारिश दलहन, मक्का, कोदो कुटकी के लिए वरदान मानी जाति है।

हल्की बारिश में इन सभी के लिए अच्छा पैदावार होता है।

किन्तु किसानों द्वारा अब तक दलहन, मक्का खेती में पिछड़ रहे है।

वरिष्ठ कृषि आधिकारी कार्यालय में सब तक पर्याप्त मात्रा बीज की उपलब्धता नही हो पाई है। उप संचालक की ओर उड़द का मिनी किट सब्सिडी दर में भेजा गया है।

किंतु मक्का बीज की उपलब्धता नही हो पाई है।

किसान महंगे दामो में बाजार से मक्का बीज खरीद रहे है। वहीं बाजार में खाद की उपलब्धता नही है।

इस सम्बंध में कृषि उप संचालक डीडी दिनेश चंद कोशले से फोन के माध्यम से सम्पर्क करने की कोसिस की गई थी किंतु सम्पर्क नही हो पाया है।

fertilizers किसानों की मुसीबत इतने में ही खत्म नही होति है किसानों के लिए इस वर्ष की हल्की बारिश दलहन, मक्का, कोदो कुटकी के लिए वरदान मानी जाति है।

हल्की बारिश में इन सभी के लिए अच्छा पैदावार होता है।

किन्तु किसानों द्वारा अब तक दलहन, मक्का खेती में पिछड़ रहे है।

वरिष्ठ कृषि आधिकारी कार्यालय में सब तक पर्याप्त मात्रा बीज की उपलब्धता नही हो पाई है। उप संचालक की ओर उड़द का मिनी किट सब्सिडी दर में भेजा गया है।

किंतु मक्का बीज की उपलब्धता नही हो पाई है।

किसान महंगे दामो में बाजार से मक्का बीज खरीद रहे है। वहीं बाजार में खाद की उपलब्धता नही है।

इस सम्बंध में कृषि उप संचालक डीडी दिनेश चंद कोशले से फोन के माध्यम से सम्पर्क करने की कोसिस की गई थी किंतु सम्पर्क नही हो पाया है।

fertilizers किसानों की मुसीबत इतने में ही खत्म नही होति है किसानों के लिए इस वर्ष की हल्की बारिश दलहन, मक्का, कोदो कुटकी के लिए वरदान मानी जाति है।

हल्की बारिश में इन सभी के लिए अच्छा पैदावार होता है।

किन्तु किसानों द्वारा अब तक दलहन, मक्का खेती में पिछड़ रहे है।

वरिष्ठ कृषि आधिकारी कार्यालय में सब तक पर्याप्त मात्रा बीज की उपलब्धता नही हो पाई है। उप संचालक की ओर उड़द का मिनी किट सब्सिडी दर में भेजा गया है।

किंतु मक्का बीज की उपलब्धता नही हो पाई है।

किसान महंगे दामो में बाजार से मक्का बीज खरीद रहे है। वहीं बाजार में खाद की उपलब्धता नही है।

इस सम्बंध में कृषि उप संचालक डीडी दिनेश चंद कोशले से फोन के माध्यम से सम्पर्क करने की कोसिस की गई थी किंतु सम्पर्क नही हो पाया है।

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