Aadi Guru Shankaracharya आदिगुरु शंकराचार्य के प्रवास के बीच प्रशासन की भूमिका बेहद लापरवाही भरी

Aadi Guru Shankaracharya आदिगुरु शंकराचार्य के प्रवास के बीच प्रशासन की भूमिका बेहद लापरवाही भरी

राजकुमार मल

भाटापारा- Aadi Guru Shankaracharya सफाई सिरे से गायब। बिजली जब-तब गुल। जर्जर सड़कें कब सुधारी जाएंगी ? जैसे सवालों के जवाब नहीं मिलेंगे ।

ऐसे में यातायात व्यवस्था कैसी होगी ?

यह ना ही पूछें, तो बेहतर होगा।

जिस शहर में यह सारी खामियां एक साथ देखने में मिल रहीं हों ,

वहां के जनप्रतिनिधि कैसे होंगे ? यह सहज ही जाना जा सकता है।

संदर्भ- पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य का भाटापारा प्रवास।

Aadi Guru Shankaracharya तैयारियां हो रहीं हैं। 24 घंटे बाद वे शहर में होंगे, लेकिन अपना शहर, अपनी मर्जी से चल रहा है।

तैयारियों की जानकारी सड़कों पर लगीं पताकाओं से मिल रही है।

बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कब हम अपनी जिम्मेदारी समझेंगे?

कई विभाग ऐसे हैं, जिनकी जिम्मेदारी ऐसे आयोजन के दौरान अहम मानी जाती है,

लेकिन जैसी दूरी उन्होंने बनाई हुई है, उसे लेकर अब नाराजगी देखी जा रही है।

मेरी मर्जी

also read : Humanity सच्चे मन वचन कर्म से ज्ञान सेवा कर इंसानियत के प्रति हो सकेंगे मददगार साबित

Aadi Guru Shankaracharya बुनियादी सुविधाओं के लिए पालिका प्रशासन को जिम्मेदार माना जाता है लेकिन इसकी भूमिका बेहद लापरवाही भरी है।

Aadi Guru Shankaracharya नियमित सफाई को लेकर जैसा रवैया इसने अख्तियार कर रखा है, उसका प्रमाण है, वे चौक और चौराहे, जहां कचरे अब भी मौजूद हैं।

इसमें जयस्तंभ मार्ग, गार्डन के चारों तरफ की सड़क, मारवाड़ी कुआं, मंडी रोड, सदर बाजार से होकर बस स्टैंड जाने वाली सड़क मुख्य है।

जहां कभी भी ऐसे दृश्य देखे जा सकते हैं।

हर सड़क की अपनी कहानी

also read : Tuhar Mayor, Tuhar Dwar तुहर महापौर, तुहर द्वार कार्यक्रम के पहला विवाद शुरू “तुहर सरकार, तुहर द्वार” में प्राप्त शिकायतों का हो निराकरण : ज़ोन अध्यक्ष

सहज और निर्बाध आवाजाही के लिए बनीं सड़कें कब बनाई गई?

जैसे सवालों के जवाब संबंधित विभाग शायद ही दे पाए।

Aadi Guru Shankaracharya बन चुके गड्ढे, ब्रेकर और पैदल चलने वालों के लिए जगह को लेकर आपत्ति उठाने वालों के लिए जवाब एक ही है कि मत पूछिए,

इन सवालों को क्योंकि कमोबेश पूरे शहर की आंतरिक सड़कों का हाल एक जैसा ही है।

चौपट यह व्यवस्था

also read : BJP स्थानीय समस्याओं को लेकर government के खिलाफ ग्राम छोटेडोंगर मे भाजपा ने किया धरना प्रदर्शन

जिस शहर में इतनी सारी अव्यवस्था एक साथ हों वहां की यातायात व्यवस्था कैसी होगी?

 

Aadi Guru Shankaracharya यह सहज ही जानी जा सकती है। हर हिस्से में दोपहिया और चार पहिया वाहनों को खड़ा हुआ देखा जा सकता है।

मजाल है, यातायात पुलिस ने कभी कार्रवाई की हो।

रेडियम स्टीकर, रात में आवाजाही आसान बनाते हैं लेकिन इसे लेकर हमारी यातायात पुलिस कभी गंभीर नजर नहीं आई।

विज्ञप्तिवीरों की चुप्पी

Aadi Guru Shankaracharya सत्ता किसी भी पार्टी की हो।

अपने शहर के जनप्रतिनिधियों ने विज्ञप्ति या बयान जारी करने का मौका कभी नहीं गंवाया लेकिन ताजा आयोजन और असुविधाओं को लेकर इन्होंने जैसा मौन साध रखा है, वह हैरत में डालने वाला है।

आदि गुरु शंकराचार्य के परिक्रमा पथ को अब भी बेहतर किया जा सकता है लेकिन जिम्मेदारों की चुप्पी नाराजगी की बड़ी वजह बन रही है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU