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Kapalbhati Pranayama : हार्मोनल इंबैलेंस ही नहीं पाचन से जुड़ी दिक्कतें भी दूर करता है , जानें फायदे
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Kapalbhati Pranayama ब्रीदिंग एक्सरसाइज को योग का खजाना कहा जाता है।
Kapalbhati Pranayama ब्रीदिंग एक्सरसाइज को योग का खजाना कहा जाता है।
Kapalbhati Pranayama इसे करने से न सिर्फ हार्मोनल इंबैलेंस बल्कि पाचन से जुड़ी कई दिक्कतें भी दूर हो सकती हैं।
Kapalbhati Pranayama ऐसी ही एक एक्सरसाइज का नाम है कपालभाति। आइए जानते हैं कपालभाति प्राणायाम करने से शरीर को मिलते हैं कौन से फायदे।
Kapalbhati Pranayama करने के फायदे-
डाइजेस्टिव सिस्टम को बनाएं मजबूत-
कपालभाति डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाकर गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याओं में भी राहत देता है।
Good for heart
कपालभाति प्राणायाम फेफड़ों, स्प्लीन, लीवर, पैनक्रियाज के साथ-साथ दिल के कार्य में सुधार करता है। यह न केवल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है बल्कि धमनी के अवरोध को दूर करने में भी मददगार है।
nervous system-
यह नवर्स सिस्टम यानि तंत्रिका तंत्र के लिए भी बहुत अच्छा प्राणायाम माना जाता है।
इसे करते समय होने वाली पंपिंग से ब्रेन के सेल्स में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है।
कई महिलाओं को कपालभाति करते समय बीच में उबासी आती है।
उबासी आने का मतलब यह है कि ब्रेन के सेल्स बहुत थके हुए हैं और जब ऑक्सीजन जाता है तब वह रिलैक्स हो जाते हैं।
Hormones balance-
यह रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
इसके नियमित अभ्यास करने से ब्लड की सप्लाई यूट्रस, फैलोपियन ट्यूब और ओवरीज में बढ़ती है, जहां पर साफ-सफाई का काम हो जाता है। जैसे कि पीसीओडी होने पर सिस्ट बन जाते हैं।
यह सिस्ट हार्मोनल इंबैलेंस के कारण बनते हैं। लेकिन जब कपालभाति प्राणायाम किया जाता है तब इससे हार्मोंस बैलेंस होते हैं।
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glowing skin-
कपालभाति शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। जिससे आपकी त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार होता है और त्वचा ग्लोइंग बनती है।